FD vs SCSS: आपको बता दें, की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम। अब सवाल उठता है कि सबसे सुरक्षित उपाय कौन-सा है क्योंकि हर व्यक्ति का निवेश का एकमात्र उद्देश्य टैक्स बचाना नहीं हो सकता, जानें पूरी डिटेल।
Trending Mudde: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की वर्तमान वित्त वर्ष (2023-24) खत्म होने वाला है और टैक्स बचाने के लिए 31 मार्च से पहले निवेश करना होगा। लेकिन निवेश करने का सही स्थान क्या है? जमा पूंजी उनकी सबसे बड़ी शक्ति है, इसलिए सीनियर सिटीजंस निवेश के तरीके खोजते हैं जो गारंटीड रिटर्न (guaranteed return scheme) दे सकते हैं।
एफडी निवेश अधिकांश वरिष्ठ नगरों के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। लेकिन बुजुर्गों को निवेश पर बेहतर रिटर्न देने वाली एक योजना है सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम। अब सवाल उठता है कि सबसे सुरक्षित उपाय कौन-सा है क्योंकि हर व्यक्ति का निवेश का एकमात्र उद्देश्य टैक्स बचाना नहीं हो सकता। ब्याज दर और लॉक-इन पीरियड भी उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।
वरिष्ठ नागरिक अक्सर जोखिम से बचते हैं, इसलिए यह प्रश्न अधिक जटिल हो जाता है। वह टैक्स बचाने के साथ अपना निवेश भी बचाना चाहते हैं। ऐसे में वे सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme) या टैक्स बचाने वाली FD (Fixed Deposit) चुनते हैं।
आइए जानते हैं कि टैक्स बचाने, रिटर्न और लॉक-इन पीरियड के दृष्टिकोण से इन दोनों में से कौन-सा बेहतर है।
फिक्स्ड डिपॉजिट से क्या लाभ मिलता है?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आम तौर पर वरिष्ठ शहरी निवेशकों की पहचान है। यहाँ पैसे सुरक्षित हैं, और रिटर्न निश्चित है। टैक्स सेविंग भी होती है। एफडी आपके लिए सबसे अच्छा होगा अगर आप एक, दो या तीन साल का निवेश करना चाहते हैं।
पोस्ट ऑफिस में एक वर्ष के लिए एफडी अकाउंट खोलने पर सालाना 6.9 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। तीन वर्ष का निवेश 6.9 प्रतिशत की ब्याज दर देगा। 5 साल की एफडी पर सालाना 7.7 प्रतिशत का सबसे अधिक ब्याज मिलेगा।
ध्यान दें कि इसमें ब्याज सालाना मिलता है, लेकिन कैलकुलेशन तिमाही में होता है। न्यूनतम 1000 रुपये और अधिकतम नहीं है। आप अपने पैसे को एफडी कर सकते हैं।
5 साल तक फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने पर आयकर कानून से छूट मिलती है।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में निवेश करने के फायदे: सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) फिलहाल सरकार की एकमात्र छोटी बचत योजनाओं में से एक है, जिस पर फिलहाल 8.2 फीसदी का भारी ब्याज मिलता है। इसमें आप 1 हजार से 30 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। आप एक से अधिक अकाउंट भी खुलवा सकते हैं, लेकिन निवेश की कुल रकम 30 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
योजना में पांच वर्ष का निवेश पांच वर्ष बाद वैध होता है। तीन वर्ष के लिए इसे बढ़ा भी सकते हैं। यदि आपने 5 साल के लिए 10 लाख रुपये स्कीम में निवेश किया है, तो आपको कुल 14.28 लाख रुपये मिलेंगे। 80C के तहत 1.5 लाख रुपये के निवेश पर भी टैक्स छूट मिलती है।
क्या FD या SCSS अच्छे हैं?
आपकी आवश्यकताओं पर जवाब निर्भर करता है। FD-A एक अच्छा विकल्प होगा अगर आप कम समय का लॉक इन पीरियड चाहते हैं। लेकिन सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम बेहतर विकल्प हो सकता है अगर अधिक समय का निवेश आवश्यक है।
एफडी निवेश अधिकांश वरिष्ठ नगरों के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। लेकिन बुजुर्गों को निवेश पर बेहतर रिटर्न देने वाली एक योजना है सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम। अब सवाल उठता है कि सबसे सुरक्षित उपाय कौन-सा है क्योंकि हर व्यक्ति का निवेश का एकमात्र उद्देश्य टैक्स बचाना नहीं हो सकता।
ब्याज दर और लॉक-इन पीरियड भी उनके लिए महत्वपूर्ण हैं। यहाँ पैसे सुरक्षित हैं, और रिटर्न निश्चित है। टैक्स सेविंग भी होती है। एफडी आपके लिए सबसे अच्छा होगा अगर आप एक, दो या तीन साल का निवेश करना चाहते हैं।
31 मार्च से पहले निवेश करना होगा। लेकिन निवेश करने का सही स्थान क्या है? जमा पूंजी उनकी सबसे बड़ी शक्ति है, इसलिए सीनियर सिटीजंस निवेश के तरीके खोजते हैं।
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Hi, My name is Jyoti Arora. I am a Sr. Journalist from Haryana. I done my post graduation in Journalism and Mass Communication from Kurukshetra University Kurukshetra, Haryana.