Safe Bank: रिजर्व बैंक किसी भी बड़े लोन या अकाउंट पर कड़ी निगरानी रखता है, साथ ही इन बैंकों की दैनिक गतिविधियों पर भी नज़र रखता है। यही नहीं, बैंक लेंडिंग की बातचीत बड़े परियोजनाओं पर भी की जाती हैं, जानें पूरी डिटेल।
Trending Mudde: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की अमेरिका का सिलिकोन वैली बैंक डूब गया था। आप भी क्रेडिट सुइस की स्थिति से परिचित होंगे। यही कारण है कि यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्या भारतीय बैंकों में भी ऐसा हो सकता है? आप जानते हैं कि भारत में कई बैंकों में बैड लोन अकाउंट की भारी मात्रा है। इन बैंकों में करोड़ों लोग खाते हैं इनमें सरकारी और निजी बैंक शामिल हैं। लेकिन सभी बैंक बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं। खुद रिवर्ज बैंक ऐसा करता है।आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
लोग बैंक में अपनी मेहनत से कमाई करते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं कि यह पैसा जल्दी काम आएगा। लेकिन कभी-कभी बैंक खुद डूब जाता है। पैसा जमा करने वाले को फिर कुछ नहीं मिलता, सिवाय सिर पीटने के। यही कारण है कि किसी को अपनी थाती देने से पहले आपको पता लगाना चाहिए कि सामने वाला बैंक सुरक्षित है या नहीं। इसी साल की शुरुआत में, रिजर्व बैंक ने डोमेस्टिक सिस्टमिकली इम्पॉर्टेंट बैंक (D-SIBs) 2022 की सूची जारी की। इसमें देश के सबसे सुरक्षित बैंकों की सूची दी गई है।
भारतीय बैंकों की हालत सिलिकॉन वैली बैंक की तरह तो नहीं है?
इसी वर्ष दो जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सूची जारी की। उस दिन भारतीय रिज़र्व बैंक ने लिस्ट जारी की जो आपके पैसे को सुरक्षित रखती है और सुरक्षित नहीं रखती है। जैसा कि आप जानते हैं, पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी अगर किसी देश का एक बड़ा बैंक डूब जाएगा। ग्राहकों को अलग-अलग भुगतान करना होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई सुरक्षित बैंकों की सूची में सरकारी और निजी बैंकों के नाम हैं। सरकारी क्षेत्र का नाम है स्टेट बैंक ऑफ इंडिया। इस सूची में प्राइवेट सेक्टर के दो बैंक भी हैं। इनमें HDFC Bank और ICICI Bank हैं। अर्थात्यदि आपका खाता एचडीएफसी बैंक या आईसीआईसीआई बैंक में नहीं है, तो आपको कोई समस्या नहीं होगी।
इस सूची में शामिल बैंकों को सामान्य पूंजी संरक्षण बफर (सामान्य पूंजी संरक्षण बफर) के अलावा अतिरिक्त कॉमन इक्विटी टियर 1 (अतिरिक्त कॉमन इक्विटी टियर 1) बनाए रखने की आवश्यकता होती है। आरबीआई ने कहा कि एसबीआई को जोखिम-भारित संपत्ति को जोखिम-बढ़ाने वाली संपत्ति के प्रतिशत के रूप में अतिरिक्त 0.6 प्रतिशत सीईटी1 बनाए रखना होगा। इसी तरह, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक को अतिरिक्त 0.2 प्रतिशत कायम रखना होगा।
रिजर्व बैंक की इस सूची में शामिल बैंकों पर आरबीआई की गहन निगरानी रहती है। रिजर्व बैंक किसी भी बड़े लोन या अकाउंट पर कड़ी निगरानी रखता है, साथ ही इन बैंकों की दैनिक गतिविधियों पर भी नज़र रखता है। यही नहीं, बैंक लेंडिंग की बातचीत बड़े परियोजनाओं पर भी की जाती है। यह स्पष्ट है कि इसका बैंक के व्यापक कारोबार पर कोई बुरा प्रभाव नहीं होगा।
2015 से रिजर्व बैंक ऐसे बैंकों की लिस्ट जारी करता आ रहा है। ऐसे बैंक देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं, रिजर्व बैंक का मानना है। आरबीआई भी इन बैंकों को रेटिंग देता है। इस रेटिंग के बाद ही इन महत्वपूर्ण बैंकों की सूची बनाई जाएगी। इस लिस्ट में अभी तक सिर्फ तीन बैंकों के नाम हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सूची जारी की। उस दिन भारतीय रिज़र्व बैंक ने लिस्ट जारी की जो आपके पैसे को सुरक्षित रखती है और सुरक्षित नहीं रखती है। जैसा कि आप जानते हैं, पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी अगर किसी देश का एक बड़ा बैंक डूब जाएगा। ग्राहकों को अलग-अलग भुगतान करना होगा। उस दिन भारतीय रिज़र्व बैंक ने लिस्ट जारी की जो आपके पैसे को सुरक्षित रखती है और सुरक्षित नहीं रखती है। आपको पता लगाना चाहिए कि सामने वाला बैंक सुरक्षित है या नहीं। इसी साल की शुरुआत में, रिजर्व बैंक ने डोमेस्टिक सिस्टमिकली इम्पॉर्टेंट बैंक 2022 की सूची जारी की। इसमें देश के सबसे सुरक्षित बैंकों की सूची दी गई है।
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Hi, My name is Jyoti Arora. I am a Sr. Journalist from Haryana. I done my post graduation in Journalism and Mass Communication from Kurukshetra University Kurukshetra, Haryana.