Saving Plan: आपको बता दें, की जब तक आप 30 प्रतिशत मंथली बचत तक नहीं पहुंच जाएं। शुरुआत में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, जानिए पूरी खबर।
Trending Mudde: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की जब सैलरी बढ़ी, तो खर्च भी बढ़ा..। इसलिए, देश में अधिकांश लोगों का बहाना है कि अभी तक कोई बचाने में सफल नहीं हुआ है। इसी तरह वर्षों बीत जाते हैं। जबकि कुछ लोग हमेशा कहते हैं कि अगले साल उनकी सैलरी थोड़ी बढ़ जाएगी, तो वे पैसे बचाएंगे। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं हो सकता।
यकीन मानिए, जो लोग दावा करते हैं कि वे सैलरी बढ़ने पर कुछ पैसे बचाएंगे, ऐसा कभी नहीं कर पाते। क्योंकि बचत के लिए सैलरी बढ़ोतरी का इंतजार अभी भी जारी है जितनी सैलरी आप चाहते हैं, उसी में से बचत कर सकते हैं। इसके लिए सिर्फ अच्छी योजना और साहस की जरूरत होती है। आज हम आपको बचत कैसे और कितना करें बताएंगे।
ये फॉर्मूला 20 हजार रुपये की सैलरी वालों के लिए है, लेकिन अगर आपकी सैलरी 20 हजार रुपये प्रति महीने भी है, तो आप इसमें से भी बचत कर सकते हैं। फॉर्मूला ये है कि बचत के लिए निर्धारित राशि को पहले सैलरी आते ही दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दें. अगर दूसरा अकाउंट नहीं है, तो तय कर लें कि बचत के लिए निर्धारित राशि को कभी नहीं ले जाएंगे। अगर आप बचत को लेकर गंभीर नहीं हैं, तो शुरू में अपनी सैलरी का केवल दस प्रतिशत बचाएं। यानी शुरुआती छह महीने तक प्रति महीने 2,000 रुपये बचाएं।
वहीं आज की दुनिया में अधिकांश लोगों की सैलरी लगभग 50,000 रुपये है। अगर आपकी भी सैलरी 50 हजार रुपये से अधिक है, तो आपको जानना चाहिए कि आपको हर महीने कितना पैसा बचाना चाहिए और उसे कहां निवेश करना चाहिए, ताकि बाद में वह बड़ा फंड बन जाए और आपको मुसीबत में काम आए।
अगर आप एक शादीशुदा व्यक्ति हैं और आपके दो बच्चे हैं। तो भी आप 50000 रुपये बचत कर सकते हैं। प्राइवेट नौकरी करने वालों को आम तौर पर हर महीने अपनी सैलरी में से लगभग 30 प्रतिशत बचाना चाहिए। नियम कहता है कि हर महीने 15 हजार रुपये बचना चाहिए। यदि आपकी मासिक सैलरी पचास हजार रुपये है और आप हर महीने उसमें से पंद्रह हजार रुपये नहीं बचा रहे हैं, तो आप निवेश लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे. इस बारे में आपको तुरंत सोचना चाहिए।
अगर आप बचत की शुरुआत कर रहे हैं, तो 10 प्रतिशत से शुरुआत करें. हर छह महीने में उसे बढ़ाते रहें, जब तक आप 30 प्रतिशत मंथली बचत तक नहीं पहुंच जाएं। शुरुआत में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा और आपके पास पूरी सैलरी खर्च करने की आदत होगी। लेकिन छह महीने में आप अपनी आदतों को स्वयं बदल सकते हैं। पहले खर्चों की एक लिस्ट बनाएं। उसमें जो जरूरी है, उसे पहले जगह दें. फिर, जो खर्च आप कैंची से कर सकते हैं, उन पर विचार करें। यानी काट सकते हैं।
अगर आपको एक महीने में चार बार बाहर खाने की आदत है, तो इसे महीने में दो बार करना चाहिए। इसके अलावा, हर महीने आप बेवजह खर्च करने वाले खर्चों की एक सूची बनाएं. यकीन मानिए, हर आदमी अपनी सैलरी का लगभग दस प्रतिशत बेवजह खर्च करता है।
इसके अलावा, अगर आप इस समय ऑनलाइन हैं तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कम करें। अगर आपने बहुत से क्रेडिट कार्ड बनाए हैं, तो कुछ को तुरंत बंद कर दें। इसके अलावा, ऑनलाइन शॉपिंग करने से बचें। जब भी बाहर खरीदारी करने जाएं, घर से एक लिस्ट बनाकर निकलें। एक और बात याद रखें: सैलरी मिलते ही बेवजह न खरीदें। इस तरह आप हर महीने अपनी सैलरी का 30 प्रतिशत बच सकते हैं।
सही जगह पर बचत पैसा निवेश करने की जरूरत बताएं, 50 हजार रुपये की तनख्वाह वाले व्यक्ति इस फॉर्मूले से सालाना 1.80 लाख रुपये बच सकते हैं। यदि आप हर महीने 15 हजार रुपये बचाते हैं, तो उसमें से 5 हजार रुपये इमरजेंसी फंड (इमरजेंसी फंड) में रखें। 5 रुपये प्रति महीने म्यूचुअल फंड में SIP कर सकते हैं। आप शेष पांच हजार रुपये को रेकरिंग डिपॉजिट या गोल्ड बॉन्ड में लगा सकते हैं। जब सैलरी बढ़े तो निवेश भी बढ़ाते रहें। यदि आप 10 साल तक इस फॉर्मूले का पालन करते रहें और बचत और निवेश करते रहें, तो आपको भविष्य में आर्थिक संकट से जूझना नहीं पड़ेगा।यह धन भी मुसीबत में एक बड़ा सहारा होगा।
Hi, My name is Jyoti Arora. I am a Sr. Journalist from Haryana. I done my post graduation in Journalism and Mass Communication from Kurukshetra University Kurukshetra, Haryana.