Sukanya Samriddhi Yojana : सरकार ने बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत “सुकन्या समृद्धि योजना” की शुरुआत की है। इस योजना में माता-पिता अपनी बेटी के भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं, चाहे वो उनकी पढ़ाई के लिए हो या उनकी शादी के लिए। अगर 31 मार्च से पहले सुकन्या अकाउंट में न्यूनतम शेष जमा नहीं किया जाता है, तो खाता निष्क्रिय हो जाएगा।
Trending Mudde, Sukanya Samriddhi Yojana : माता-पिता अक्सर अपनी बेटी की शिक्षा और विवाह के बारे में चिंतित रहते हैं। इस चिंता को दूर करने के लिए, भारत सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। इस योजना में, माता-पिता अपनी बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं। इस योजना में निवेशकों को प्रति वित्तीय वर्ष में न्यूनतम राशि जमा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे न करने पर उनका खाता फ्रीज हो जाता है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 31 मार्च, 2024 को समाप्त हो रहा है, इसलिए निवेशकों के पास कुछ ही दिन बचे हैं। वे 31 मार्च, 2024 से पहले अपने सुकन्या खाते में न्यूनतम राशि जमा करनी चाहिए। अगर उन्होंने न्यूनतम शेष जमा कर दिया है, तो उन्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन अगर नहीं किया है, तो वे जल्दी से यह काम कर लेना चाहिए ताकि उनका खाता निष्क्रिय न हो।
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मिनिमम अमाउंट कितना है
सुकन्या समृद्धि योजना स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) है। इस स्कीम में सरकार निवेश राशि पर 8.2 फीसदी का ब्याज ऑफर करती है। माता-पिता अपनी बेटी की पढ़ाई या शादी के लिए इसमें निवेश कर सकते हैं। बेटी के जन्म से लेकर उसके 10 साल होने तक इस योजना में आवेदन दे सकते हैं। योजना में लगभग 15 साल तक निवेश करना होता है। जब बेटी 18 साल की हो जाती है तो वह पढ़ाई के लिए योजना से 40 फीसदी राशि निकाल सकती है और बाकी राशि बेटी की शादी पर निकाल सकते हैं। सुकन्या अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए निवेशक को एक वित्त वर्ष में कम से कम 250 रुपये का निवेश करना होता है। 1 वित्त वर्ष में निवेशक अधिकतम 1.5 लाख रुपये का ही निवेश कर सकता है। अगर निवेशक सुकन्या अकाउंट में न्यूनतम राशि जमा नहीं करता है तो योजना में मिल रहे टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit) जैसे बाकी लाभ भी नहीं मिलेंगे। बता दें कि आयकर अधिनियम के 80 सी धारा के तहत इस स्कीम में 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स कटौती का लाभ मिलता है।
फ्रीज अकाउंट को कैसे करें एक्टिव
वित्त वर्ष में न्यूनतम राशि जमा न करने पर अकाउंट फ्रीज हो जाता है। ऐसे में अकाउंट को दोबारा एक्टिव रखने के लिए निवेशक को 50 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से पेनल्टी देना होता है। उदाहरण के तौर पर अगर सुकन्या अकाउंट 2 साल से बंद है तो उसे दोबारा एक्टिव रखने 50 रुपये प्रति साल के हिसाब से 100 रुपये की पेनल्टी देनी होगी। इसके अलावा न्यूनतम राशि भी जमा करनी होगी यानी कि निवेशक को 2 साल का मिनिमम अमाउंट 500 रुपये देना होगा। कुल मिलाकर निवेशक को अकाउंट को एक्टिव करने के लिए 600 रुपये जमा करना होगा।