E5 Bullet train India: भारत वर्ष 2027 में पहली हाई स्पीड बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद चलाना चाहता है। जापान की निर्मित ई5 सीरीज की शिंकानसेन बुलेट ट्रेनसेट विश्व में सबसे अच्छी मानी जाती है। भारत ऐसे 24 ट्रेन सेट खरीदने का आखिरी चरण में है। आइए इन ट्रेनों के बारे में सब कुछ जानते हैं, साथ ही दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन चलने वाले स्थान भी जानते हैं।
E5 Bullet train India: भारत ऐसे 24 ट्रेन सेट खरीदने को अंतिम रूप देने वाला है. इसकी कीमत 11,000 करोड़ होगी. कैसी होगी ये बुलेट ट्रेन, कैसी होगी इसकी स्पीड, कितने डिब्बे इसमें लगे होंगे. क्या है इस ई5 सीरीज ट्रेनों की खासियतें जानते हैं.E5 सीरीज श्रृंखला शिंकानसेन बुलेट ट्रेनें नई पीढ़ी की जापानी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसे हायाबुसा भी कहा जाता है. इसे जापान में मार्च 2011 में कामर्शियल उपयोग में लाया जा रहा है. इसके निर्माता हिताची और कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज हैं. ये फिलहाल जापान की पूर्वी जापान रेलवे कंपनी (जेआर पूर्व) द्वारा संचालित की जाती है. रफ्तार 320 किमी प्रति घंटा.
शिंकानसेन बुलेट ट्रेनों के पूरे बेड़े में कोई बड़ी दुर्घटना मार्च 2011 से इसके चलने के बाद से नहीं हुई. यह सुरक्षा और आराम का प्रतीक मानी जाती है. इस ट्रेन में इंजन की लंबी नाक है जो सामने की ओर 15 मीटर तक फैली हुई. इस ट्रेन में शोर बहुत कम होता है. E5 सीरीज शिंकानसेन बुलेट ट्रेन में ग्रैनक्लास सीटिंग में बड़ी संख्या में यात्री-अनुकूल सुविधाएं हैं.
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जब इसका परीक्षण किया गया तो ये 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती थी, लेकिन 2012 से यात्रियों और पर्यावरण की सुविधा के लिए इसकी अधिकतम गति 320 किमी प्रति घंटे तय की गई. भारत में भी शायद ये इसी स्पीड से चलेगी. बुलेट ट्रेन को आराम और गति के लिए डिज़ाइन किया गया है. तो नई पीढ़ी की E5 श्रृंखला की ट्रेनों को पहले से कहीं अधिक आरामदायक और तेज़ बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया.
इसकी इतनी लंबी नाक ‘टनल बूम’ को रोकती है, जो ट्रेन के तेज गति से सुरंग में प्रवेश करने पर असमान वायु दबाव के कारण उत्पन्न होने वाले शोर से बचाती है. इसकी बोगियां इस तरह कवर करते हुए बनाई गई है कि वायुगतिकीय ध्वनि को कम करती है. जब ट्रेन दौड़ती है तो जो शोर पैदा होता है, वो नीचे लगे उपकरणों और ध्वनि अवशोषक सामग्रियों द्वारा अवशोषित हो जाता है.

इस ट्रेन के डिज़ाइन में दो बहुत महत्वपूर्ण विशेषताएं पूर्ण सक्रिय निलंबन (एफएसए) और बॉडी टिल्टिंग सिस्टम हैं. पूर्ण सक्रिय निलंबन चलती बोगी के कंपन को कम कर देता है. अंदरूनी हिस्से में असली चमड़े की सीटें और ऊनी कालीन हैं. यात्रियों के लिए आरामदायक माहौल बनाने के लिए गहरे रंग की लकड़ी और धातु तत्वों का उपयोग किया गया है.
इस ट्रेन में तीन अलग-अलग बैठने की कैटेगरी है. फर्स्ट क्लास यानि ग्रैनक्लास, ग्रीन क्लास और साधारण क्लास. इसे दस कारों यानि दस डिब्बों या कोचों के साथ कांफिगर किया गया है. इसमें 731 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है. 658 सीटें साधारण श्रेणी की हैं, 55 सीटें ग्रीन क्लास कीं और 18 सीटें ग्रैनक्लास की हैं.
E5 Bullet train India: भारत में जो बुलेट ट्रेन चलेगी, वो लाल और भूरे रंग की होगी. इसे भारतीय जलवायु के अनुसार संशोधिक करके बनाया जाएगा. भारत की पर्यावरणीय स्थितियां जापान से अलग हैं. भारत की तुलना में जापान में अधिक ठंड पड़ती है. जापान की तुलना में भारत अधिक गर्म है. इसलिए भारत की बुलेट ट्रेन की एयर कंडीशनिंग अधिक प्रभावी होगी.
जापान हाई-स्पीड यात्रा के लिए समर्पित रेलवे लाइनें बनाने वाला पहला देश था. दुनिया की सबसे तेज चलने वाली बुलेट ट्रेन चीन की मैग्लेव है. इस ट्रेन की टॉप स्पीड 600 किलोमीटर प्रति घंटा है. मैग्लेव तकनीक मूल रूप से जर्मनी की तकनीक है, जिसे चीन ने अपने यहां वर्ष 2022 में शुरू किया.
इससे पहले दुनिया की सबसे तेज़ रफ़्तार वाली दौड़ने वाली ट्रेन फ्रांस की यूरोडू कंपाइलर टीवीजीवी थी, जिसकी अधिकतम गति 574.8 किलोमीटर प्रति घंटा है.

Hi, My name is Jyoti Arora. I am a Sr. Journalist from Haryana. I done my post graduation in Journalism and Mass Communication from Kurukshetra University Kurukshetra, Haryana.